Power of Positivity | सकारात्मक बने रहने के लिए ये 15 वाक्य

Power of Positivity:- सकारात्मकता शरीर के लिए उन घुलनशील पोषक तत्वों की तरह है, जिनकी हमें रोजाना जरूरत होती है। इसके लिए जरूरत है कि रोज खुद को सकारात्मकता का डोज दें। ये 15 अभिकथन आपको सकारात्मक बने रहने में मदद करेंगे। दिन में जब भी वक्त मिले, इन्हें मन में दोहराएं।

Power of Positivity in Hindi | सकारात्मक बने रहने के लिए ये 15 वाक्य दोहराएं

Power of Positivity
Power of Positivity 1

1. मुझे खुद पर यकीन है और अपने किए काम पर कोई संदेह नहीं करूंगा।

Power of Positivity

2. मैं जिंदगी से खुश हूं और इसके प्रति आभार (ग्रेटिट्यूड) मानता हूँ।

3. मैं कुछ भी कर सकता हूं, भले ही इसमें उम्मीद से ज्यादा वक्त लगे।

4. मैं जैसा महसूस कर रहा हूं, उसे वैसा ही सहर्ष स्वीकार करूंगा।

5. खुद को और जिन्होंने मेरे साथ गलत किया, उन्हें भी माफ करूंगा।

6. बेहतर भविष्य के लिए रोज एक- एक कदम आगे बढ़ाऊंगा।

7. मेरे पास बहुत अच्छे आइडियाज हैं, मैं उन्हें पूरा होते हुए देख रहा हूं।

8. मैं किसी से अपनी तुलना नहीं करूंगा, क्योंकि हर व्यक्ति अलग है।

 9. मैं भरोसा रखूंगा कि हर चीज बेहतरी की दिशा में बढ़ रही है।

10. मैं हमेशा खुशी को चुनूंगा।

11. मैं दूसरों के कहे का खुद पर नकारात्मक असर नहीं होने दूंगा।

12. मैं खुशी नहीं देने वाली चीजों- घटनाओं शब्दों पर ध्यान नहीं दूंगा।

13. मैं अपनी ऊर्जा सिर्फ महत्वपूर्ण चीजों पर लगाऊंगा।

14. मैं सफलता के लिए हमेशा सकारात्मक सोचूंगा।

15. मैं मजबूत हूं और कोई चीज मुझे आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती।

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Power of Positivity in Hindi – सकारात्मक बने रहने के लिए Motivational Story in Hindi

एक बार की बात है । एक गाँव में प्रज्ञा प्रकाश नाम के एक विद्वान महोदय रहते थे । धन

– धान्य से संपन्न तो थे ही लेकिन ज्ञान उनके पास इतना था कि दूर – दूर से लोग

अपनी समस्याओं का समाधान करने उनके पास आते थे । अपने अनुभव और ज्ञान से प्रज्ञा

प्रकाश लोगों की समस्याओं का समाधान करते थे । इसलिए सभी उनको गुरूजी कहकर संबोधित

करते थे ।

एक दिन की बात है । एक नवयुवक गुरूजी के पास आया और बोला – “ गुरूजी मुझे सफलता का

रहस्य बताइए, मैं चाहता हूँ कि मैं भी आपकी तरह विद्वान बनकर अपनी गरीबी दूर कर

सकूँ ।”

गुरूजी मुस्कुराएँ और उन्होंने उसे दुसरे दिन प्रातःकाल नदी किनारे मिलने के लिए बुलाया ।

युवक को भी नहाना था इसलिए वह भी अपने वस्त्र लेकर दुसरे दिन प्रातःकाल नदी किनारे

पहुँच गया ।

गुरूजी उस युवक को नदी के गहरे पानी में ले गये और जहाँ पानी गले के ऊपर निकल गया तो

उन्होंने उसे डुबो दिया । थोड़ी देर युवक छटपटाया फिर उन्होंने उसे छोड़ दिया । युवक

हांफता – हांफता नदी से बाहर भागा । जब उसे सुध आई तो बोला – “ आप मुझे मारना

क्यों चाहते है ?”

गुरूजी बोले – “ नहीं भाई, मैं तो तुम्हे सफलता का रहस्य बता रहा था । अच्छा बताओ ? जब

मैंने तुम्हारी गर्दन पानी में डुबो दी थी, उस समय तुम्हें सबसे ज्यादा इच्छा किस चीज की हो रही थी ?”

युवक बोला “ साँस लेने की ।

गुरूजी बोले – “ बस यही सफलता का रहस्य है । जब तुम्हे सफलता के लिए ऐसी ही उत्कंठ इच्छा होगी, तब तुम्हे सफलता मिल जाएगी । इसके अलावा और कोई रहस्य नही है ।”

हमेशा रचनात्मक और विधेयात्मक सोचे, नकारात्मक ना सोचे

अगर तू अपने आदतों को बदलेगा तभी तो आगे बढ़ेगा

“अच्छी ज़िन्दगी और अच्छा खाना बनाने में समय लगता है I”

शिक्षा – दोस्तों ! आप जीवन में किसी भी चीज को पाना चाहते हो, तो उसे आपका बेइंतहा चाहना जरुरी है । मतलब हर समय आपको उसे पाने के बारे में सोचना चाहिए । अगर ऐसा नही है तो शायद आप उसे देर से पाओ या शायद ना भी पाओ ।

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